गोमती चक्र

गोमती चक्र एक सफ़ेद समुद्री तत्व की वास्तु है| जो समुद्र मंथन के दौरान उत्तपन हुई थी| ऐसी मान्यता है क्यूंकि यह समुद्र मंथन के दौरान ही उत्पन हुई थी इसलिए यह उन् वस्तुओं में से एक है जो माँ लक्ष्मी की प्रिये वस्तुओं में से हैं| यह एक सफ़ेद रंग का टुकड़ा है जिसका अकार गोल है व् इस्पे चक्र बना होता है| यह प्रकर्ति के द्वारा उत्पन हुई वास्तु है जिसका पदार्थ ठीक कोढ़ियों या शंख वाला पदार्थ है|

इसके कुछ बहुत ही मुख्य उपाय भी है जिसके करने से व्यक्ति के सभी प्रकार के कष्ट संकट दूर किये जा सकते है| परन्तु इसके सही प्रयोग व् विधिवत स्थापना से ही इसका पूर्ण रूप से फायदा लिया जा सकता है|बीमारी, धन, क़र्ज़, सेहत, व्यापार आदि सभी कष्टों से मुक्ति दिलाने का यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण व् सरल उपाय है जिसके सही प्रयोग से हम अपने काफी कष्टों को दूर कर सकते है|

आयी जानते है अलग अलग मनोकामनाओ के लिए इसका सही व् विधि अनुसार क्या उपाय है|

स्वास्थ्य: जीवन में सभी कुछ जैसे धन, परिवार, सुख, समृद्धि तभी अच्छा लगता है जब आपका स्वास्थ्य अच्छा हो| और स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी बह संकट को दूर करने के लिए गोमती चक्र को निम्न लिखित तरीके से इस्तेमाल करें| किसी भी सेहत सम्बन्धी समस्या जो लम्बे समय से चल रही हो या उसका कोई इलाज न हो पा रहा हो या आपको सही तरीके से दवाई या इलाज न लग रहा हो तो गोमती चक्र से आप उस समस्या को दूर या काम करसकते है|

एक पीली बोत्तल लेलें या एक बोतल लें और उसपे पीला कवर चढ़ा दें| अब उसमे एक गोमती चक्र भी डाल दें अब उस बोत्तल पर नीचे दिए गए मन्त्र को लिखें या प्रिंट निकल कलर उसपे लगा दें|

ॐ वं आरोग्यनिकरी रोगनशेषानमः

अब इस बोत्तल में रोज़ पानी भरें और इस को अभिमंत्रित करें| इस बोत्तल को चौघड़िया के अनुसार अमृत मुहूर्त में सूर्य की रोशिनी में, हांथो में लेकर बैठे और जितना संभव हो उतना ॐ का उच्चारण करें| यह उपाय रोज़ करें| परन्तु आप किसी दिन न कर पाएं तो पहले दिन के अभिमंत्रित पानी में कुछ और पानी डाल दें ताकि वह भी अभिमंत्रित होजाए|

व्यापार में वृद्धि:- व्यापारियों के लिए भी यह गोमती चक्र बहुत ही कारगर साबित हुआ है|हर व्यापारी इसी उम्मीद से व्यापार की शुरुआत करता है की उसके व्यापार में वृद्धि हो साथ ही साथ निरंतर धन आता रहे और इसी वृद्धि को दिन दुगनी रात चौगुनी करेगा यह गोमती चक्र|

दो अभिमंत्रित गोमती चक्र लें या गोमती चक्र लेकर उसे अभिमंत्रित करलें| इसे केसर का तिलक करें अथवा पीले धागे में बाँध लें और इसे अपने दफ्तर या दुकान के मुख्य द्वार पर बाँध दें, ऐसे की ग्राहक इसके नीचे से निकलें| रोज़ दिन के चौघड़िया के अनुसार लाभ समय के वक़्त ॐ मन्त्र का उच्चारण करते हुए इस्पे गंगाजल का छींटा दें|

दो गोमती चक्र चावल के कुछ दानो के साथ और सिक्के (चांदी के हो तो उत्तम होगा अन्यथा रुपये के सिक्के) एक लाल कपडे में बाँध कर अपने गल्ले/पैसो के ड्रावर में रखें|

अगर आप ऑनलाइन काम करते है| आपके क्लाइंट्स ऑनलाइन ही डील करते है तो आप एक गोमती चक्र अपने काम की जगह पर रखें और अपना काम शुरू करने से पहले अथवा पूर्ण होते समय दोनों वक़्त इसे अपने हाथो के बीच में लेकर घिसे|

विवाह सम्बन्धी समस्या :- बहुत बार ऐसा होता है, हमारे या हमारे माता पिता के तमाम प्रयासों के बाद भी शादी होने या घर बसने में बहुत समय लग जाता है| हर माता पिता यही चाहतें है की उनके बच्चो का घर समय रहते और सुख शान्ति से बस जाये परन्तु उनके कई उपाय करने के बावजूद भी उनकी मनोकामना अधूरी रह जाती है| यही मनोकामना पूर्ण करेगा गोमती चक्र|

एक चांदी की डब्बी लें उसमे सिन्दूर भर लें उसमे दो गोमती चक्र भी रखें और बंद करदें| अब इस डब्बी को घर के साउथवेस्ट/दक्षिणी पश्चिम के हिस्से में रखें| अब रोज़ सुबह स्नान करने के बाद इसी सिन्दूर से अपने मस्तक पर तिलक करें|

दो गोमती चक्र एक चांदी के तार से बांधे और इससे अपने पलंग के सिरहाने लगा लें|

संतान में बाधा/गर्ब्पात/मिसकैरेज :- हर व्यक्ति अपने जीवन की सबसे बड़ी ख़ुशी अपनी संतान को जल्द से जल्द अपने जीवन में शामिल करना चाहते हैं| किसी जोड़े को यह सुख शीघ्र प्राप्त होजाता है, किसी को कुछ समय के इंतज़ार के बाद और किसी किसी को लम्बा समय बीत जाने व् तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं| इसी गोमती चक्र का एक ऐसा उपाय है जिस से सब संतान इच्छुक लोगो की झोलियाँ फट भर जाएँगी|

  1. एक लाल कपडे में पांच गोमती चक्र लेलें इसके साथ पांच ही लौंग भी लें, अब इसे अपने कमरे के दक्षिणी पूर्व हिस्से में रखें| इस डब्बे पर बाल गोपाल का चित्र के साथ पति पत्नी की तस्वीर भी लगाएं||
  2. अब रोज़ इस पोटली को खोलें गोमती चक्र को स्पर्श करें|
  3. अब रोज़ इस डब्बे को खोले व् कुछ चावल के दाने इसमें डालें साथ साथ ॐ जपते रहे|
  4. यह उपाय चैघड़िया के अनुसार शुभ समय में करना सर्वोत्तम होगा|
  5. जब डब्बा भर जाये तो चावल के दाने किसी गरीब को दान करदें|

कर्ज़ों से मुक्ति :-

कभी कभी किसी व्यक्ति पर थोड़ा थोड़ा क़र्ज़ चढ़ते चढ़ते इतना बढ़ जाता है की उसकी स्थिति और भी ज़्यादा बिगड़ती चली जाती है| मनुष्य कर्ज़ों के चक्र में ऐसा फंसता चला जाता है की मानो बाहर निकलना असंभव होजाता है| इसी असंभव को संभव करेगा यह गोमती चक्र|

  • दो गोमती चक्र को केसर का तिलक कर के दूर्वा के साथ अपने लॉकर में रखें,
  • दो चक्र अपने सोने रखने के स्थान जैसे बैंक लॉकर पर हरे रंग के कपडे में लपेट कर रखें| अगर बैंक लॉकर नहीं है तो रसोई में चावल या दाल के डब्बे में रखें|
  • दो सदैव अपने वॉलेट/पर्स में पीले रंग के धागे में लपेट कर रखें|
  • दो अपने सोने के गद्दे के नीचे लाल रंग के कपडे में लपेट कर रखें|
  • तीन अपने घर के मंदिर में रखें|

कैसे करें गोमती चक्र को अभिमंत्रित :-

  • आप जितने भी गोमती चक्र लें उसे ग्यारह दिन तक गंगाजल में डुबो के रखें|
  • स्वास्थय व् गर्भावस्था के लिए पीले रंग का कपडा इस्तेमाल करें|
  • वैवाहिक समस्याओं के लिए लाल कपडे का इस्तेमाल करें|
  • व्यवसाय व् करियर के लिए हरे रंग के कपडे का इस्तेमाल करें|
  • रोज़ इसे नियम अनुसार बताए गए समय में सूर्य की रोशिनी में रखें और साथ  ही ॐ भी जपते रहे|

इन् बातों का रखें ध्यान :-

  • इन ग्यारह दिनों तक किसी भी तरह का योन सम्बन्ध/Sexual Activity न बनाएं|
  • रोज़ नियम अनुसार सर धोते हुए स्नान करें अन्यथा गंगाजल का छींटा अवश्य दें|
  • ग्यारह दिनों तक मदिरा (अल्कोहल), धूम्रपान, मांसाहार, प्याज, लहसुन आदि का सेवन ना करें|
  • महिलाएं मुश्किल दिनों में (पीरियड्स) यह ना करें|
  • चौघड़िया के अनुसार बताए गए समय का अवश्य ध्यान दें|
  • गोमती चक्र को लगातार ग्यारह दिन तक बिना छुए गंगाजल में भीगे रहने दें| सर्फ तभी छुए जब इससे धुप लगाने के लिए बहार निकालें|
  • धुप लगाने के लिए बताए गए कपडे पर ही इससे रख क धुप लगाएं|
  • कोशिश करें की यह आप शुक्ल पक्ष से शुरू करें|
  • ध्यान रखें की यह उपाय आप चतुर्थी, नवमी या चतुर्दशी से शुरू न करें|

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